नियमित माहवारी या इर्रेगुलर पीरियड्स के साथ निपटना बहुत मुश्किल होता है। कमर दर्द, पेट में ऐंठन, पीएमएस के साथ, पेड़ू में मरोड़ इसके अलावा और बहुत कुछ। लेकिन जब वे अनियमित होते है, तो उनके साथ निपटना बहुत ही मुश्किल हो सकता है। अनियमित माहवारी का उपचार करने से पहले यह जरूरी है कि इसके बारे में जाना जाए। आखिर ऐसा क्यों होता है और किन उपायों को अपनाकर इसे दूर रखा जा सकता है।
शरीर में हार्मोन– अपने प्रजनन वर्षों में, अनियमित माहवारी के बारे में चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। कभी कभी शरीर कुछ वर्षों के लिए आपके शरीर में हार्मोन परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए और आपके नियमित मासिक धर्म चक्र में एक संतुलन प्राप्त करता है ।
मेनोपॉज़ या रजोनिवृत्ति – मेनोपॉज़ के करीब भी, आप अनियमित महावारी का अनुभव कर सकते है। यह भी पूरी तरह से सामान्य है। मासिक धर्म चक्र में परिवर्तन के इस समय के दौरान, अंततः महावारी पूरी तरह से बंद हो जाती है।
गर्भपात – गर्भावस्था अनियमित माहवारी के लिए एक और कारण है। यदि आप को गर्भपात हुआ है तो ऐसी समस्या हो सकती है जिसे नियमित एवं उचित खानपान से नियमित किया जा सकता है।
भावनात्मक तनाव – भावनात्मक तनाव भी आपके शरीर में हार्मोन में परिवर्तन, आपकी माहवारी को अनियमित बनाने के लिए कारण हो सकता है। गंभीर भावनात्मक तनाव से बचने के लिए, मेडिटेशन या योगा, या मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक से परामर्श करें।
अनीमिया – शरीर में जब रक्त की कमी होती है तो भी माहवारी अनियमित हो जाती हैं। इसके लिए जरुरी है अंकुरित अनाज, चना, साबुत मूंग, अनार, अंजीर आदि फल खाये।
यूटेरस फब्रॉइड – कभी कभी यूटेरस में सिस्ट बन जाते है या कुछ गर्भाशय ग्रीवा असामान्यताएं जैसे कि ग्रीवा संबंधित पॉलिप, गर्भाशय फाइब्रॉएड और एंडोमेटरिओसिस (एंडोमेटरिओसिस लक्षण) भी अनियमित माहवारी के कारण हो सकते है। कभी कभी अचानक और महत्वपूर्ण रूप से वजन बढ़ना या कम होना आपकी माहवारी को अनियमित बनाने या न होने का कारण हो सकते है।जिसे डॉक्टर के उचित सलाह एवं दवा से ठीक किया जा सकता है।
भोजन – खान-पान संबंधी विकार जैसे कि एनरेक्सीआ या ब्यूलीमीअ भी अनियमित माहवारी के कारण हो सकते है। अत्यधिक शराब का सेवन भी आपके हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ता है, जिसके परिणास्वरूप अनियमित माहवारी का कारण बनता है।