गर्भावस्था के दौरान एक महिला को न सिर्फ अपनी बल्कि अपने होने वाले बच्चे की भी देखभाल करनी पड़ती है। ऐसे में महिला को अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना बेहद जरूरी है। और स्वस्थ रहने के लिए अच्छा और सही मात्रा में भोजन करना बहुत जरूरी है। अधिक वजन वाली महिलाएं अकसर वजन ज्यादा बढ़ जाने के डर से कम से कम खाने की कोशिश करती है। कम खाना भी गर्भवती महिला और उसके होने वाले बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। वैसे तो गर्भावस्था में अत्यधिक मोटा होना नुकसान पहुंचा सकता है। क्योंकि मोटापे की शिकार महिलाओं को प्रसव के दौरान खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, मोटी महिलाओं में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भावस्था में जरूरत से अधिक वसा वाला भोजन ना खाएं –
गर्भावस्था के दौरान ओवरवेट महिलाओं का आहार गर्भावस्था के दौरान आमतौर पर वजन बढ़ जाता है, इसलिए कोशिश करें कि जरूरत से अधिक वसा वाला भोजन ना खाएं। क्योंकि वसा वाला भोजन खाने से न सिर्फ मोटापा बढ़ता है, बल्कि महिला और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य को भी खतरा रहता है।
गर्भवती आहार में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल को शामिल करें –
संतुलित पौष्टिक आहार करें। जिसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल शामिल होने चाहिए। दाल, चावल, सब्जियां, रोटी और फलों को रोज के आहार में शामिल करें। सुबह-शाम दूध पीना न भूलें। गर्भस्थ शिशु का शरीर जब बढ़ रहा होता है तब वह अपनी सभी जरूरते माता के शरीर से पूरी करता है। आहार से गर्भवती महिला की लौह तत्वों की आपूर्ति नहीं हो पाती इसलिए आयरन, फोलिक एसिड की गोलियों का सेवन भी जरूरी होता है। संतरे, अंगूर और केले को रोज की खुराक में शामिल करें। सभी तरह की दालें, बींस, दूध और दही रोज के आहार में होनी चाहिए। सूखे मेवे भी खाएं।
कॉफी, चाय और कार्बोनेटेड ड्रिक्स की मात्रा में कम लेनेी चाहिए –
गर्भवती महिलाओं को गहरे हरी सब्जियां जरूर खानी चाहिए। दलिया या मोटे आटे से बनी रोटियां भी अपने आहार में शामिल करनी चाहिए। मैदे का उपयोग कम से कम करें, क्योंकि मैदे से वजन बढ़ता है। शराब का सेवन न करें।गर्भवती महिलाओं को कॉफी, चाय और कार्बोनेटेड ड्रिक्स की मात्रा में कमी करनी चाहिए। कोला पेय में कैफीन की मात्रा अधिक होती है।
रोजाना 2500 कैलोरी की जरूरत होती है गर्भवती को अपने आहार में-
एक गर्भवती महिला को अपने खाने में रोजाना 2500 कैलोरी की जरूरत होती है। इसलिए इतनी हीे कैलारी अपने दिनभर के खाने में लेनी चाहिए इससे ज्यादा नहीं। जाहिर है कि गर्भवती महिला का वजन उसके सामान्य वजन से अधिक ही होगा। ऐसे में चिंता की कोई जरूरत नहीं है।