खुजली शरीर के किसी अंग में रक्त का संचार रूक जाने के कारण होनेवाली सुरसुरी। एक चर्मरोग जिसमें शरीर पर छोटे छोटे दाने निकल आते हैं और बहुत अधिक खुजलाहट होती है। मेडिकल भाषा में प्रूरिट्स (Pruritus), त्वचा में खुजलाहट के अनुभव को ही इचिंग स्किन कहा जाता है। लोग स्किन में हो रही खुजली को शांत करने के लिए त्वचा को खुरचने, नोचने तक पर मजबूर हो जाते हैं। आमतौर इचिंग पूरे बदन में या किसी खास एक अंग में भी हो सकती है। सीढ़ियां चढ़ते समय, पैदल यात्रा करने में या वातावरण में उष्णता होने पर तीव्र खुजली होती है शुरु में हल्की खुजली होती है और जोर से खुजलाने पर त्वचा लाल पड़ जाती है स्किन पर फुंसियां निकल आती हैं कमर, छाती, बगल, जांघों और नाभि के आस-पास खुजली अधिक होती है शरीर के किसी अंग में फुंसियां व चेहरे पर मुहांसे होने पर खुजली होती है
डॉक्टर के अनुसार-
खुजली अत्यंत सूक्ष्म जीवाणुओं के संक्रमण से होती है। कई दिनों तक स्नान नहीं करने, त्वचा पर धूल-मिट्टी जमने से खुजली की समस्या जाती है। खुजली कोई स्वतंत्र रोग नहीं है। स्किन ड्राई हो जाने या ब्लड इंफेक्शन होने पर फोड़े-फुंसियां निकलती हैं जिससे खुजली होती हैं। खुजली बिना दानों के या दाने वाली होते हैं। खुजली पूरी त्वचा, सिर, मुख, पांव, अंगुलियों, नाक, हाथ या प्रजनन अंग आदि में अधिकतर होती है
इन कारणों से होती है खुजली –
ड्राई स्किन वालो को तापमान अनुकूल नहीं मिलने की वजह से परेशानी होती है। गर्मी में अधिक ताप होने से हर समय पसीना आता रहता है। बाहर से घर लौटने पर सारा शरीर पसीने से भीगा होता है, शरीर पर पसीना से खुजली होती है। जाड़े में सर्द हवा के प्रकोप से जब त्वचा शुष्क होकर फटने लगती है जिस वजह से खुजली की समस्या होती है वहीं गर्मी में घमोरियां इसका एक अन्य कारण है। त्वचा की बीमारी और प्रकृति- आमतौर पर स्किन की बीमारियां खुजली उत्पन्न करती हैं। मसलन-
- डर्माटिटीस – त्वचा की सूजन
- एक्जिमा – यह स्किन का क्रॉनिक रोग है। इसमें खुजली, चकत्ते और स्किन रैशेज होता है।
- सोरायसिस – इसमें स्किन लाल हो जाती है और जलन का भी अनुभव होता है।
- चिकनपॉक्स
- खसरा
- जूं
- पाइनवर्म
- शौच के बाद स्वच्छ जल से जननांग को साफ नहीं किया जाए तो जीवाणुओं के संक्रमण से खुजली होती है कुछ स्त्री-पुरुषों के सिर के बालों में जुएं हो जाती हैं तो भी खुजली होती है।
खुजली की ईलाज के लिए घरेलू उपाय –
- स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें बेकिंग सोडा, खुजली की समस्या को कम करता है एंटी इचिंग क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ब्लड इंफेक्शन से खुजली होने पर नीम के पत्ते और काली मिर्च के दाने पीसकर पानी के साथ सेवन करें।
- नीम के पत्तों को पानी में उबालकर स्नान करने से खुजली खत्म होती है।
- नारियल के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से खुजली से राहत मिलती है।
- नीम के पेड़ पर पकी निबौली खाने से खुजली कम होती है।
- सुबह-शाम टमाटर का रस पीने से खुजली खत्म होती है।
- डॉक्टर की सलाह से एंटी एलर्जिक दवाई लें।
- अधिक फल-सब्जियों का सेवन करें।
- खुजली वाले जगह को ज्यादा नोचें या स्क्रैच नहीं करें साबुन, डिटर्जेंट, और परफ्यूम से दूर ही रहें।
- प्रतिदिन स्नान से पहले सरसों व तिल के तेल से मालिश करें।
- चमेली के तेल में नीबू का रस मिलाकर मालिश करने के बाद स्नान करें।