“कोई भी बेटी अपनी माँ से कभी भी अलग नहीं होती है, चाहे उनके बीच कितनी भी दूरियां हो” बहुत लोग इसे सही बात मानेंगे क्योंकि माँ बेटी का रिश्ता स्पेशल रिश्ता होता है और यह हमेशा के लिए बना रहता है, लोग कहते है कि बेटी माँ की परछाई होती है। परन्तु ऐसा नहीं है कि यह कहने से बच्चो में लिंग भेद होता है, लेकिन हाँ ये सुच है की हर माँ अपने लाइफ के सेक्रिफाइसेस अपनी बेटी के साथ नहीं चाहती। वो अपनी बेटी को वो आसमान देना चाहती है जिस पैर कभी वो बेटी बन कर उड़ना चाहती थी। अपना बचपन माँ अपने बच्चों में दुढ़ती है और उसे देखकर खुश होती है।
माँ और बेटी के बीच फिर भी एक अलग जुड़ाव होता है, क्यूंकि दोनों औरतें होती हैं और एक दुसरे को अच्छी तरह से समझती हैं। एक माँ अपनी बच्ची के लिए पहली आदर्श होती है और छोटी बच्ची कई चीज़ें अपनी माँ से नक़ल कर सीखती है जो कई मनोवैज्ञानिकों का भी कहना है। इसलिए माँ होने के नाते कुछ चीज़ें हैं जो हर माँ को अपनी बेटी को जरूर सिखाना चाहिए।
1. स्वाभिमान (Self respect)
अपनी बेटी को यह बताएं कि वह जैसी भी है बहुत ही सुन्दर है और उसे अपने आप को ऐसे ही पसंद करना चाहिए। उसके अंदर स्वाभिमान और आत्मविश्वास का विकास करें, उसकी किसी से तुलना ना करे और न ही उसे खुद को किसी से कमजोर महसूस होने दें।
2. स्वतंत्रत जीवन (Free life)
अपनी बेटी को यह सिखाना बहुत ज़रूरी है कि वह स्वतंत्र बने और छोटी उम्र से ही अपना काम खुद कर सके। ताकि जब वह बड़ी हो तो अपने कामों के लिए वह दूसरों पर निर्भर ना रहे।
3. कार्य का महत्व (Importance of work)
अपनी बेटी को ऐसे कार्य की इम्पोर्टेंस बताएं जिसे वह पसंद करे और आत्मनिर्भर बने तथा पैसों के लिए किसी पर निर्भर ना हो। यह आजकल काफी ज़रूरी है कि आपकी बेटी अपनी प्रतिभा का महत्व समझे। सभी कार्यों के बीच उसे लड़की होने के नाते समाज के प्रति नजरिया तथा सही और गलत के बीच में समझ करना जरूर सिखाये ताकि वो हमेशा सही निर्णय ले सके।
4. लड़कों के प्रति, व्यवहार (Behavior towards boys)
अपनी बेटी से बात करें और उसे बताएं कि लड़कों के प्रति उसका व्यवहार कैसा होना चाहिए, यह तब और ज़रूरी हो जाता है जब वह किशोरावस्था में हो। उसे यह बताएं कि एक लड़के के बारे में वह तभी सोचे जब उसे ऐसा लगे कि लड़का उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व को पसंद करता है ना कि सिर्फ उसके शरीर को, उसे हमेशा एक कम्फर्ट जोन दे ताकि वो आपसे सारी बातें शेयर करे।
5. अपना सुरक्षा (Own safety)
आजकल महिलाओं के साथ जो अत्याचार हो रहे हैं, यह बहुत ज़रूरी है कि आप अपनी बेटी को अपने बचाव के तरीके सिखाएं ताकि वह अपने आप को अपरिचित लोगों से बचा सके। उसे अपने साथ पेपर स्प्रे रखने की सलाह दें और अपना बचाव करना सिखाने के लिए उसे इसका प्रशिक्षण दिलवाएं।
6. आत्म अभिव्यक्ति का महत्व (Importance of self expression)
एक माँ को अपनी बेटी को बताना चाहिए कि अपनी मन की बात कहना ज़रूरी है और किसी परिस्थिति में दृढ़ता के साथ बोलना भी ज़रूरी होता है। वह अपने स्वाभिमान का ध्यान रखे तथा खुद को ब्यक्त करे।
7. मेकअप टिप्स (Makeup tips)
आप ऐसी माँ हो सकती है, जो अपनी बच्ची को मेकअप करना, हील वाली सैंडल में चलना, बाल संवारना आदि सिखाये। यह एक मज़ेदार तरीका हो सकता है जिससे आप अपनी बेटी के साथ जुड़ सकते हैं या उसकी एक अच्छी दोस्त बन सकती है। वह कपड़े पहनने का तरीका हो या बोलने का तरीका हो एक छोटी बच्ची अपनी माँ को देखती है और उसकी कई आदतें अपनी माँ जैसी ही होती हैं। एक माँ अपनी बेटी की पहली सबसे अच्छी दोस्त होती है और वह चाहे कितनी भी बड़ी हो जाए, अपनी माँ के पास किसी भी सलाह के लिए आती है।
8. परिवार तथा रिश्ते (Family and Relationships)
और आखिरी में बेटी बड़ी होकर एक दिन नई जिम्मेदारियों में माँ के संस्कारो का परिवहन करती है, तो ऐसे में बेटी माँ का ही अनुसरण करती है, तथा माँ के सलाह से ही वो रिश्तों कि महत्व को जान तथा निभा पाती है। आपकी एक बेहतर सीख तथा संस्कार आने वाली पीढ़ी के लिए जीवन का नया अध्याय बन जाता है।