प्रेगनेंसी में नुकसानदेय हैं नाइट शिफ्ट | Night shift is harmful in Pregnancy

गर्भावस्था महिलाओं के लिए जितना उत्साहित, तथा ख़ुशी भरा समय होता है वही दूसरी ओर अत्यन्त सावधानी की आवश्यकता भी होती है। लेकिन ये सावधानी उस स्थिति में और ज्यादा ज़रूरी हो जाती है जब आपकी नौकरी इस तरह की हो जहां आपको रात की शिफ्ट में भी काम करना पड़ सकता हो । स्वस्थ‍ गर्भावस्था के लिए यह जानना जरूरी है कि गर्भावस्था में गर्भवती कर्मचारी शिफ्टिंग को किस तरह से मैनेज करें। अपने काम में बदलाव कर आप कैसे अपनी शिफ्टिंग को मैंनेज कर सकते हैं, आइए जानें –

रात की शिफ्ट में समस्याएं

  • आमतौर पर रात की शिफ्ट में काम करना शरीर और खासतौर पर हृदय के लिए जोखिम भरा हो सकता है और यह जोखिम गर्भावस्था के समय और अधिक बढ़ जाता है।
  • शोधों के अनुसार, रात में काम करने से न सिर्फ मेटाबोलिज्म की गति धीमी होती है बल्कि इसकी वजह से शरीर में हृदय संबंधी रोगों और मधुमेह होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
  • गर्भवती कर्मचारी के लिए हृदय संबंधी रोगों और मधुमेह रोग जानलेवा हो सकते हैं।
  • रात में काम करने और दिन में सोने से शरीर की प्राकृतिक सक्रियता पर असर पड़ता है और यह कैलोरी क्षय की दर कम करके मोटापे को भी बढ़ाता है।
  • गर्भवती महिलाओं में मोटापा होने का अर्थ है कि प्रसव के दौरान अत्यधिक परेशानी का होना ।
  • गर्भवती महिलाओं में रक्तचाप सामान्य रहना बहुत जरूरी होता है, लेकिन रात की शिफ्ट में काम करने से उनका रक्तचाप असामान्य हो सकता है जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

बचाव और सावधानियां

  • यदि आप शिफ्ट में काम करते हुए थकान महसूस करते हैं तो आप कोशिश करें कि दिन की शिफ्ट में काम करें।
  • थोड़ी सी भी अहजता महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या फिर घर पर आराम करें।
  • ऑफिस में कुर्सी पर बैठकर काम करने के बीच में एकाध घंटे के अंतराल पर 10-15 मिनट तक टहल लें या आराम करें।
  • संभव हो तो कुछ काम घर पर ही कर लें।
  • गर्भावस्था के दौरान आप अपने कार्य में बदलाव ला सकती हैं। यदि यह संभंव न हो तो अपनी कार्यशैली को बदलें।
  • रात की पाली में निरंतर काम न करती रहें, बीच-बीच में ब्रेक भी लें।
  • रात की शिफ्ट में भी बहुत ज्यादा रात तक न जागे और जल्दी घर जाने की कोशिश करें।
  • अपने खाने-पीने पर खास ध्या‍न दें और ताजे फल, पौष्टिक भोजन, जूस इत्यादि अपने साथ रखें।
  • भूख न लगने पर भी खाएं और समय-समय पर पानी पीतें रहें।

सुझाव

इन टिप्स को अपनाकर गर्भवती महिला रात की शिफ्ट को भी सही तरह से मैनेज कर सकती हैं और गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ रह सकती हैं।
Mahak

Mahak

Mahak is a dedicated government employee working in the medical department, with a passion for writing. She was born and raised in Uttar Pradesh, India. She has been writing short stories, Women, Elder care, Child Care and poems since she was a child, and has continued to hone her skills over the years. Her writing has been published in several literary magazines and anthologies.

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