अकेलापन महसूस होने पर क्या करें । That Things to Do when You Feel Loneliness

loneliness या अकेलापन एक जेनुइन ह्यूमन एक्सपीरियंस या मानवीय अनुभव है जिसके कारण life में चेंजेस पॉसीबल हैं। यह एक mental health challenge है जो ह्यूमन को social distence की ओर ले जाते हैं। ये ज्यादातर तब होता है जब आप खुद को किसी के साथ क्लोज नहीं पते और आपको लगता है कि आपके thoughts, feelings, और presence किसी के लिए matter नहीं करती भले ही आप अपने family, friends और relatives के बीच में हों। ऐसे में लोग बिल्कुल decide नहीं कर पाते कि वे क्या सोच रहे है और उन्हें क्या करना है। Low confidence वाले लोग भी जब उन्हें सोशल रिलेशनशिप बनाने में कठिनाई होती है, तो loneliness या अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं। जबकि the truth is that हर कोई कभी-कभी अपने लाइफ के किसी न किसी सिचुएशन में अकेलापन महसूस करता है। अकेले रहना आपके शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य (physical and emotional health) पर negative effect डाल सकता है। Studies में पाया गया है कि loneliness आपके health के लिए उतना ही hormfull है जितना कि 15 smoke in a day.  Loneliness संज्ञानात्मक गिरावट (cognitive decline) और प्रमुख मानसिक विकारों (major mental disorder) के growth risk से भी जुड़ा होता है। चाहे आप घर में अकेले होने पर कभी-कभी थोड़ा या deeply loneliness फील करते हैं जो कभी दूर नहीं होता तो आप perfrctly अपने अकेलेपन helthy तरीके से express करना importanat है। यहां कुछ टिप्स हैं जो आपको अकेलापन फील होने पर, उसे रोकने या कम करने में मदद कर सकते हैं-

स्वीकार करें जब आप अकेला महसूस करते हैं (Accept when you feel alone)

अपनी feelings से लड़ने या या फिर उसे दबाने (clamp) में energy waste न करें। हर कोई कभी न कभी lonely जरूर फील करता है। Lonely feel करना means यह नहीं है कि आप looser या वीक हैं। इसका मतलब बस इतना है कि आप इंसान (human) हैं। ऐसा मानते है कि अपनी फीलिंग्स को लेबल करने से उनका flow कम हो जाता है। इसलिए अकेलेपन या लोनेलीनेस को मान लेने से आपके ब्रेन को यह समझना easy हो जाता है कि आप कैसा feel कर रहे हैं और आपको तुरंत loneliness से फ्री करने में हेल्पफुल हो सकती है।

अकेलापन एक जटिल भावना है जो आपके कल्याण पर मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों प्रभाव डाल सकती है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि अकेला महसूस करने का मतलब यह नहीं है कि आप अकेले हैं – यह आपके आसपास की दुनिया से अलग महसूस करने के बारे में अधिक है। अकेलेपन के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • उदासी या उदास महसूस करना (feel depressed)
  • भूख में कमी (loss of appetite)
  • नींद न आना (Insomnia)
  • प्रेरणा की कमी (lack of motivation)
  • नकारात्मक आत्म-चर्चा (negative self-talk)

प्लान बनाएं (Make plans)

कभी कभी हर problem को solve करना इम्पोर्टेन्ट नहीं होता। कुछ problems में यह समझना ज़रूर होता है कि आप problems के बारे में कैसा फ़ील करते हैं। सोचें कि क्या आप अकेले अपनी फीलिंग्स को कम्प्रेस करके या इग्नोर करके प्रोब्लेम्स सॉल्व कर लेंगे या किसी के साथ शेयर करके। बेस्ट होगा आप अपने फीलिंग्स को ध्यान में रख कर अपनी सोच या प्रॉब्लम्स को समझे और अपनों से शेयर करें। प्रकृति से जुड़े, अपने अंदर कुछ बदलाव लाने की कोशिश करें। खुद को ज्यादा से ज्यादा गार्डेनिंग, pets, आर्ट्स, कुकिंग, बुक्स रीडिंग, योगा, मोटिवेशनल मूवी देखने आदि में शेड्यूल करें।

अधिकतर लोगों से जुड़ें (Meet Maximum Peoples)

नए फ्रेंड्स बनाने के compare में पुराने फ्रेंड्स का कनेक्शन ज्यादा कम्फर्ट होता है। may be आप वर्षों से अपने कॉलेज रूममेट के साथ contact में न हों, या फिर आपका कोई relative हो जिससे आपकी अक्सर बात नहीं होती हैं। जब कभी किसी भी दिन अथवा रात को आप अकेला फील कर रहे हैं तो सबसे पहले आप आपके friends या family member को कॉल करें। लोनेलिनेस से निपटने का बेस्ट ऑप्शन है उन लोगो से घिरे रहना जिनके साथ आप खुद को कम्फर्ट फील करते है। अगर आपको लगता है कि टेलीफोनिक कन्वर्सेशन आपके लिए कम्फर्टेबले नहीं है तो, आप अपने फ्रेंड्स को अपने साथ time spend करने के लिए invite कर सकते हैं। आप out of zone होइए और देखिये कि आपके पुराने फ्रेंड्स, नेबर और कलीग्स वे कहाँ, क्या और कैसा कर रहे हैं। उन्हें बताइये की आप लॉन्ग डिस्टेंस में है और आप फिर से कनेक्ट रहना चाहते हैं। आपको इन सभी लोगों से दुबारा कनेक्ट होना इजी हो सकता है क्योंकि आपके पास पहले से ही इन सभी से जुडी memory हैं। जो आपके यादों को ताज़ा करके आपको फिर से कनेक्ट होने में हेल्पफ़ुल बनेगी।

किताबें पढ़ें (Read Books)

कहते है किताबे इंसान की बेस्ट फ्रेंड होती है, इन्हे पढ़ने से आपके ब्रेन में क्रिएट होने वाले सारे कुएस्शन के आंसर मिल जायेंगे। यह आपको दूसरों की सोच को समझने में मदद करेगा कि दूसरे लोग कैसे सोचते हैं और यह आपको खुद से अधिक कनेक्ट करने में हेल्पफुल होगा। इन सब time duration हो सकता है कि आप कोई ऐसी book read करें, जिस पर आप easily कभी नहीं पहुंच पाते। ये ऑप्शन आपको librery, Science story, या oudio book कहीं से भी, बुक्स आपकी दुनिया का इन्क्रीज़ कर सकती हैं और आपको थोड़ा कम अकेला महसूस होने दे।

सोशल मीडिया से जुड़े (connect to social media)

सोशल मीडिया आज के समय का सबसे बड़ा रेवुलेशन हैं। इंटरनेट के बारे में सबसे सरप्राइजिंग ये है कि आप दुनिया भर के लोगों से connect ho सकते हैं। आप एक keys के कुछ click के साथ general study, interest, problems, goels को search कर सकते हैं। आप उन फ़ोरमों को सर्च कर सकते हैं जहाँ लोग उन टॉपिक्स पर डिस्कशन करते हैं जिनमें आप इंटरेस्टेड हो। आप स्वयं ही उनसे कनेक्शन फील करेंगे जिनसे आप पर्सनली से कभी नहीं मिले हैं। जब आप कुछ सीखेंगे तो आपख़ुद को एनर्जेटिक फील करेंगे, चाहे वह कोई रेसिपी, लैंगुएज, या टैलेंट ये सब आपको सेल्फ इम्प्रूवमेन्ट में हेल्पफुल होंगे।

शौक बनाए (Make Hobbey)

क्रिएटिव आउटलेट आपके मूड चेंज कर सकते हैं और हर मोमेंट को एन्जॉय करने में हेल्पफुल हो सकते है। that means “हमेशा के लिए अकेले रहने” के बारे में fearless thought और past की negative incidence कम focused रहे, जैसे “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि उसने मुझसे ऐसा कहा” को इग्नोर कर दीजिये। अगर आपके पास अभी कोई हॉबी नहीं है तो फाइंड इट, मैक्सिमम एक्टिविटीज के साथ यूज़ करें, like- fishing to making clay pot anything.

समाज सेवी बनें (Become a social worker)

दूसरो के लिए कुछ अच्छा करने से खुद को बहुत सुकून मिलता है। इससे कई फायदे होते है यह आपको अपनी कम्युनिटी से कनेक्ट रखने में भी हेल्पफुल होता है। चाहे आप किसी गवर्नमेंट फाउंडेशन, स्कूल, ओल्डऐज होम, ऑर्फेन होम, हॉस्पिटल, एनजीओ या किसी भी सोशल एक्टिविटी जहां आप अपनी mercy, huminity दिखा सके और लोगो की हेल्प करके आपको सुकून मिले।

मेडिकल हेल्प लें (Take medical help)

यदि आप लोनेलिनेस से सफ़र कर रहे हैं और आप नहीं समझ पा रहे है कि क्या करना है, तो आप मेडिकल लें। आप एक्सपर्ट से एडवाइस लेकर हेल्दी तरीके से अकेलेपन से निपटने के लिए उनके प्रिस्क्रिप्शन्स को फॉलो करके खुद की हेल्प करें।

Mahak

Mahak

Mahak is a dedicated government employee working in the medical department, with a passion for writing. She was born and raised in Uttar Pradesh, India. She has been writing short stories, Women, Elder care, Child Care and poems since she was a child, and has continued to hone her skills over the years. Her writing has been published in several literary magazines and anthologies.

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